Friday, May 8, 2020

जम्मू :डोगरी भाषा को प्रोमोट करते करते अंग्रजी भाषा को भी प्रोमोट करता रहा सीटू नाम का व्यक्ति जम्मू में,जिसपे लॉर्ड मैकाले के पोते ने खुशी जाहिर की




जम्मू :डोगरी भाषा को प्रोमोट करते करते अंग्रजी भाषा को भी प्रोमोट करता रहा सीटू नाम का व्यक्ति जम्मू में,जिसपे लॉर्ड मैकाले के पोते ने खुशी जाहिर की


हमारे संवादाता सौरव गांगुली ने लॉर्ड मैकाले के पोते से बात की और जाना की उनको कैसे लग रहा है यह जानकर कि अंग्रेज़ी का विस्तार अच्छे से हो रहा पूरे विश्व में,लॉर्ड मैकाले के पोते लॉर्ड वरुण धवन ने बताया कि "दादा जी की दिल्ली ख्वाहिश थी कि अंग्रेज़ी का विस्तार पूरे विश्व में होता रहे अच्छे से ,दादा जी जहां भी जाते थे वह इंग्लिश में लिख आते थे और बहुत बार  उन्हें मुसबितों का सामना भी करना पड़ा,एक घटना का जिक्र करते करते लॉर्ड वरुण धवन रो पड़े ,उन्होंने बताया कि एक बार दादा जी को अफ्रीकन कंट्री में जाना पड़ा अंग्रेज़ी को प्रोमोट करने के लिए पर अफ्रीकन लोगो को अपनी भाषा से बहुत प्यार था,दादा जी एक बार अफ्रीकन कम्युनिटी को लेक्चर दे रहे थे और उन्होंने जैसे ही गुड मॉर्निंग बोला तो अफ्रीकन लोगो को गुस्सा आ गया और उन्होंने दादा जी को ब्रेकफास्ट ना दिया और ना लंच , दादा जी डिनर से पहले ही वहा से चले आए और उन्हें आखिर समय तक अफसोस था कि उन्होंने गुड मार्निंग भी क्यों बोला पर अब मुझे खुशी है  यह देखकर कि अफ्रीकन लोग भी अब अंग्रेज़ी में लिख पड़ लेते है"

जब हमारे संवादाता द्वारा लॉर्ड वरुण धवन को जानकारी दी गई कि जम्मू में सीटू नामक व्यक्ति डोगरी प्रोमोट करते करते अंग्रजी भी प्रोमोट कर रहा है ,इस पर लॉर्ड वरुण धवन ने खुशी जाहिर की और पूछा जो दादा जी अफ्रीका में ना कर पाए वोह एक लड़के ने छोटी सी स्टेट जम्मू में  कैसे मुमकिन कर दिया, जब सौरव गांगुली द्वारा जानकारी दी गई कि सीटू को खुद डोगरी नहीं आती थी अच्छे से और वोह सबको बोलता था आओ सीखो डोगरी और फेसबुक,इंस्टाग्राम, यूट्यूब पे डोगरी में कॉमेंट ना करके इंग्लिश में कर देता था ,इससे दर्शन,तिलक,सतपाल नाम के व्यक्तियों ने जो डोगरी भाषा का अच्छा ज्ञान रखते थे उन्होंने भी अंग्रेज़ी भाषा सीख ली और वोह सोच रहे की कब लॉकडाउन खुले और वोह पासपोर्ट के लिए अप्लाई करें जिससे कि वह इंग्लैंड जाके लॉर्ड मैकाले की फैमिली से मिले और उनका आभार व्यक्त कर सके,यह सुनकर लॉर्ड वरुण धवन की आंखों से आंसू फूट पड़े और उन्होंने कहा आखिर दादा जी का सपना सच हो रहा है और वह वीज़ा में इनकी मदद करेंगे कहा वोह दर्शन,तिलक,सतपाल को खुद रिसीव करने जाएंगे और अपने घर रखेंगे और उनको थोड़ा और ज्ञान देंगे अंग्रेज़ी भाषा का और दादा जी की कुछ बुक्स भी उनको गिफ्ट्स करेंगे,ऐसा बोलते हुए लॉर्ड वरुण धवन बिना बाय बोले हमारे संवादाता को बाहर चले गए!

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